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काठमांडू। नेपाल के पेशेवर संघ की सातवीं राष्ट्रीय कांग्रेस ने 25 सूत्री प्रस्ताव पारित किया है। 1 मार्च 2079 को आयोजित महासंघ के सम्मेलन ने विभिन्न वर्तमान मुद्दों को पारित किया।
कन्वेंशन ने श्रम संबंधों को सामंजस्यपूर्ण बनाकर उत्पादन और उत्पादकता में सुधार करने में मदद करने के मुद्दे को पारित कर दिया है। श्रम बल की वास्तविक स्थिति का अध्ययन और शोध करना, श्रमिकों को पंजीकृत करना, ज्ञान, कौशल, योग्यता और अधिकारिता में वृद्धि करना, कल्याणकारी कार्यों के लिए नीति कार्यक्रम निर्धारित करना और कार्यक्रम आयोजित करके श्रम बाजार को सीमित करना, भले ही इसे शामिल किया गया हो। वित्तीय वर्ष 2078-79 की सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों में कांग्रेस ने राष्ट्रीय श्रम आयोग के तत्काल गठन की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया, जो नहीं किया गया है।
इसी प्रकार श्रम अधिनियम में हायर एंड फायर एंड नो वर्क नो पे नीति के कारण श्रमिकों का रोजगार कम हुआ है तथा ट्रेड यूनियनों के गठन, संचालन एवं पंजीकरण में समस्या उत्पन्न हुई है तथा विकृतियां, विसंगतियां एवं भ्रष्ट गतिविधियां बढ़ी हैं। श्रम अधिनियम, ट्रेड यूनियन अधिनियम, सामाजिक सुरक्षा अधिनियम और विनियमों में यथाशीघ्र संशोधन करने की मांग की गई है।
अधिवेशन से अगले 4 साल के लिए नया नेतृत्व भी चुना गया है। नए नेतृत्व के अध्यक्ष के रूप में प्रेमल कुमार खनाल को चुना गया है। कृष्णमन श्रेष्ठ को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और राजन रेग्मी को महासचिव चुना गया है।
अधिवेशन में महासंघ के पूर्व अध्यक्ष, पदाधिकारी व सदस्य, सलाहकार, विभिन्न देशों के विदेशी प्रतिनिधि, 29 संघटक संघ, 40 संस्थाएं व 77 जिलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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