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कास्की। पोखरा में आज चार साहित्यिक सम्मान दिए गए हैं। कलाम पोखरा ने साहित्य के क्षेत्र में समाज में योगदान के आधार पर चार सम्मानों को नकद राशि देकर सम्मानित किया है। साहित्यकार और लोक गायिका हरिदेवी कोइराला ने चारों सम्मानितों को नगद राशि देकर सम्मानित किया।

तनहुन के साहित्यकार और कवि आनंदसुंदर श्रेष्ठ को बाबा साहित्य साधक पुरस्कार 2078 और लिली अधिकारी को बाबा साहित्य साधक पुरस्कार 2079 से सम्मानित किया गया। म्यागड़ी के लोकनाथ भुसाल को ऋषिराम रणभट स्मृति पुरस्कार 2078 तथा कास्की की लेखिका सावित्री गिरी को ऋषिराम रणभट स्मृति पुरस्कार 2079 द्वारा नकद राशि से सम्मानित किया गया है।

मुख्य अतिथि लेखिका हरिदेवी कोइराला ने कहा कि चूंकि मानव जीवन एक संघर्ष है इसलिए साहित्य के क्षेत्र में कलम चलाने वाली श्रेष्ठ अपनी कलम को बंद करने के लिए नहाती हैं। कोइराला ने जोर देकर कहा कि सरकार को साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लाभ के लिए कार्यक्रम लाने चाहिए क्योंकि अभी भी ऐसी कोई स्थिति नहीं है जहां साहित्य क्षेत्र से जुड़े लोग इस क्षेत्र से बच सकें।

गंडकी प्रज्ञा प्रतिष्ठान के कुलाधिपति सूर्य खड़का विखार्ची ने कहा कि राज्य द्वारा साहित्यिक क्षेत्र की उपेक्षा की गई है और शिकायत की कि कई साहित्यिक विद्वानों को बीमार पड़ने पर बिना इलाज के भटकना पड़ता है। मदन पुरस्कार विजेता चंद्र प्रकाश बनियान ने कहा कि सफल लेखक बनने के लिए अध्ययन, लगन और अनुकूल वातावरण जरूरी है।

आदरणीय शख्सियत आनंद सुंदर श्रेष्ठ ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र से समाज को बदलना बहुत मुश्किल है और कहा कि सरकारी क्षेत्र से साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सहयोग की जरूरत है.



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April 1st, 2023

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